Quote #

वो लाल रंग की दीवानी, मैं रंग सफ़ैदी मस्ताना यूँ मिलजुल के दोनों ने, इश्क़ गुलाबी बना लिया
Read More

Quote #29

आदमी की बिसात यहाँ फ़क़त इक अख़बार सी है आज ख़बर, कल रद्दी और शक़्ल इश्तेहार सी है
Read More

Quote #28

तिरे हाथ पे अपनी क़लम से प्यास लिख रहा हूँ मैं जैसे पानी की नज़्म पे बुलबुले सा, मिट रहा…
Read More

Quote #27

ऐ ज़िन्दगी, ये क्या क्या दिखा रही है यहाँ छोटी सी उम्र जीनी है सबको और, तू इतना सिखा रही…
Read More

Quote #26

कभी शहद सी मीठी, कभी निम्बोरी की चटकार है कभी मासूम, कभी करारी, ये ज़िन्दगी गुलज़ार है
Read More

Quote #25

दौलत-ए-ज़िन्दगी इक तुम ही तो हो बाक़ी तो फ़क़त कर्ज़ है दुनिया का
Read More

Quote #24

बिन तुम्हारे ये फ़िरदौस बड़ा बुरा सा लगे जैसे आसमाँ हो पूरा, चाँद अधूरा सा लगे
Read More

Quote #23

तुमसे मिलकर एक बेशक़ीमती लम्हा मिला है गुल्लक में रख लिया, कभी फ़ुर्सत से खरचूँगा
Read More

Quote #22

कोई तो इनफ़िरादियत रही होगी मुझमें जो ढूँढ रही हो अब, सबको आज़माँ कर
Read More

Quote #21

अफ़साना-ए-आफ़ताब कोई पूछे उससे ज़रा क्यूँ रोज़ रोज़ जलता है आफ़रीन होने को
Read More

Quote #20

इन लफ़्ज़ों के दरमियाँ, एक अक्स मौजूद है यूँ ही नहीं नज़्मों में ज़िंदा किरदार जीया करते
Read More

Quote #19

तू साथ भी है और जुदा भी तू सनम भी है और ख़ुदा भी
Read More

Quote #18

दरख़्तों के सीने पे जो आरी चलने लगी गोया पंछी के मुहल्लों में दंगा हो गया
Read More

Quote #17

सुबह एक दफ़ा इतर छिड़का था तुमने दिन मेरा पूरा महका महका सा गुज़रा
Read More

Quote #16

हाथों का छाता बनाकर, घुटनों से पेट छुपा लेंगे बढ़ेंगे मिलकर सफ़र पे हम, दुनिया नयी बसा लेंगे
Read More

Quote #15

न तो पूरी स्याह है, न बची सफ़ेद है ज़िन्दगी आजकल सिलेटी सा शेड है
Read More

Quote #14

आईने में अपना शहर देखते हैं हम उसी की आँखों में घर देखते हैं
Read More

Quote #13

हल्की हरारत है बदन में सुबह से तुम देर रात तक ख़यालों में दौड़ीं
Read More

Quote #12

इश्क़ का पनारा मुसलसल बह रहा है, मगर मन की टंकी है कि भरती ही नहीं
Read More

Quote #11

चाँद पे सूरज सी निकल आई बिंदिया अपने माथे पे जो तूने सजाई बिंदिया
Read More

Quote #10

एक उसी सुबह की आस में, बड़ी मुद्दत से रातें तबाह हुईं
Read More

Quote #9

मीलों की दूरी से ही बस फ़ासले नहीं बनते एक छत के नीचे भी लोग बहुत दूर हो जाते हैं
Read More

Quote #8

एक्स-रे की नज़रें हैं तुम्हारी, मेरी रूह की टूटन गिन लेती हैं
Read More

Quote #7

एक तवील मुद्दत से मैं, कल का इंतज़ार कर रहा हूँ कितनी रातों से, मैं इसी सुबह की बात कर…
Read More

Quote #6

वो इश्क़ भी क्या हासिल हुआ जिसमें फ़ना न हस्ती हुई
Read More

Quote #5

सफ़र में निकले इस कदर, चलते ही रहे हर अगले चेहरे में ख़ुद से मिलते ही रहे
Read More

Quote #4

वो आशिक़ है या अय्यार, कुछ कह नहीं सकते पर आतिश-ए-इश्क़ में जले बिना रह नहीं सकते
Read More

Quote #3

इश्क़ में क्या कहिये, कैसे गुज़रती हैं रातें रहल में सूरत दिखे, ज़हन में उसकी बातें
Read More

Quote #2

किश्त दर किश्त जमा करते हैं ज़िन्दगी किसी और जनम में ख़र्चने की ख़ातिर
Read More

Quote #1

आदम की न हव्वा की, कोई तक़सीर साबित है क्यूँ नाहक़ ही ये इंसां बना फ़िरता है शहज़ादा
Read More
Menu