8 Jul 2020आइने में अपना शहर देखते हैं- ग़ज़लआइने में अपना शहर देखते हैं हम उसी की आँखों में घर देखते हैं यूँ गया दूर वो, नज़र भर न देखा अब आती-जाती हर नज़र देखते हैं कितने नादाँ…