8 Jul 2020इश्क़ बवालीजब से तेरी आवाज़ की बाली इन कानों में डाली है मेरे छोटे छोटे ख़्वाबों की नींदों पे बड़ी सवाली है ज़माने को लाख मनाया मगर मेरा ऐतबार नहीं कहे…