उम्मीद

उम्मीद

“आराम से…आराम से पैर रखना, देख कर …नीचे सीढ़ी है”, अक्षत अपनी बीवी आरती को बाँह से पकड़ कर सहारा देते हुए बालकॉनी में ले जाता है । आरती बेफ़िक्री…
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