8 Jul 2020पहले जैसी सहर नहीं आतीपहले जैसी सहर नहीं आती कोई शबनम नज़र नहीं आती //१ होती है बस ज़माने की चर्चा बस उसी की ख़बर नहीं आती //२ सारे कूचे सबा ये फिरती है…