7 Jul 2020पहले वतन के बेढकेपहले वतन के बेढके बदन को लुकना चाहिए जैसे भी हो ये पीप बहता घाव छुपना चाहिए बह चुका ख़ून बहुत, इस अवाम-ए-हिन्द का जैसे भी मुमकिन हो बहता ख़ून…