8 Jul 2020बड़ी रात है ओ हमसफ़रकुछ चाँदनी में सिमटी हुई कुछ रोशनी में लिपटी हुई छू के मुझे ले चल कहीं ख़्वाबों के पीछे मिल कहीं बड़ी रात है ओ हमसफ़र दो पल तू दे…