शाम है उसकी याद आने की

शाम है उसकी याद आने की

शाम है उसकी याद आने की कोई तरक़ीब हो भुलाने की लब यूँ बेहिस हुए मिरे जब भी आती है रुत उसे बताने की हार तस्वीर पे चढ़ाना मेरी जब…
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