7 Jul 2020Fondersप्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश: क्या सुनाऊँ तुझे काश ख़ुदा करे रहूँ जुस्तुजू में तेरी, और फिर न पाऊँ तुझे मगर ये हो नहीं सकता कि भूल जाऊँ तुझे…