26 Jun 2020Poetry and Youप्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश: ज़रा ठहर के आना जो इक वादा था तुमसे, फ़िज़ा में खिलखिलाने का कहकशाँ में डूब जाने का जूड़े में तुम्हारे चाँद टिकाने का…